Types of Hard Disk
एक हार्ड डिस्क ड्राइव/HDD, हार्ड डिस्क, हार्ड ड्राइव और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल डेटा स्टोरेज डिवाइस है|हार्ड डिस्क ड्राइव(HDD) नॉन-वोलेटाइल स्टोरेज का एक ऐसा प्रकार है, जो सिस्टम के बंद होने पर भी यूजर डेटा को स्टोर करके रखता है|हार्ड डिस्क ड्राइव की कुछ फैसिलिटी यूजर्स के उपयोगी नहीं है क्योंकि इसका उपयोग फ़ाइल सिस्टम और Computer ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया जाता है|वर्तमान समय में हार्ड डिस्क ड्राइव(HDD) के लिए दो सबसे सामान्य फॉर्म फैक्टर है पहला 3.5 इंच डेस्कटॉप Computer के लिए और दूसरा 2.5 इंच लैपटॉप के लिए है|हार्ड डिस्क मैग्नेटिक डिस्क का एक स्पिन्डल है, जिसे प्लेटर्स कहा जाता है, जो रिकॉर्ड और जानकारी को स्टोर करता है|इसके उपयोग से यूजर डाटा को मैग्नेटिक फॉमेट में स्टोर किया जाता है और यह स्टोर डाटा Computer Off होने के बाद भी सुरक्षित रहता है|हार्ड डिस्क को हार्ड ड्राइव के अदंर रखा जाता है, जो डिस्क के डेटा को रीड और राइट करता है|प्रत्येक रीड या राइट ऑपरेशन के लिए आवश्यक है कि डेटा स्टेटिक हो, और इस ऑपरेशन को सीक कहा जाता है|Computer में हार्ड डिस्क 5400 से 15000 RPM(Revolutions Per minute) की स्पीड से घूमती है|अधिकांश लैपटॉप और डेस्कटॉप पीसी हार्ड डिस्क का उपयोग करते है|हार्ड डिस्क एक सेट रोटेशन स्पीड के साथ आती है|डिस्क एक्सेस टाइम को मिली सेकंड मे मापा जाता है|हार्ड डिस्क यूजर्स और एंटरप्राइज़ के लिए एक लोकप्रिय डेटा स्टोरेज ऑप्शन है|हार्ड डिस्क को फिक्स्ड डिस्क भी कहा जाता है, जो बहुत तेजी से लोकप्रिय हो गयी|समय के साथ ड्राइव की एबिलिटी मे वृध्दि हुई और इनके फिजिकल साइज में भी कमी आई|
हार्ड डिस्क ड्राइव निम्न प्रकार की होती है:-
1) PATA = PATA का फुल फॉर्म Parallel Advanced Technology Attachment होता है|PATA Computer सिस्टम में हार्ड ड्राइव को जोडने के लिए एक स्टैर्ण्डड है |हार्ड डिस्क ड्राइव और मदरबोर्ड के बीच इस कैबल के द्वारा डाटा ट्रांसफर किया जाता है|इसके दोनो किनारो पर और मदरबोर्ड पर 40 Pin कनेक्टर और 80 वायर होते है| PATA, SATA डिवाइसों के विपरीत पैरेलल सिग्नलिंग टेकनीक पर आधारित है, जो सीरीयल सिग्नलिंग टेकनीक का उपयोग करते हैं|पैरेलल एडवांस्ड टेक्नोलॉजी अटैचमेंट 1980 के दशक की है, इटींग्रेटेड ड्राइव इलेक्ट्रोनिक (IDE) ड्राइव इस स्टैर्ण्डड के अनुसार काम करता है|PATA डिवाइसो के लिए कनेक्शन मूल रूप से 40 कंडक्टर रिबन केबल्स का उपयोग करके बनाए गए थे|इनकी डेटा ट्रांसफर रेट 133 MB/Second तक हो सकती है|PATA कैबल फ्लॉपी डिस्क कैबल के समान कार्य करता है|
2). SATA = SATA का फुल फॉर्म Serial Advanced Technology Attachment होता है|SATA सन् 2003 में Publish किया गया था|यह नये प्रकार के कनेक्टरस है जिनमें 7 Pin इंटरफेस होता है|इन्हे कुछ डेस्कटॉप और लैपटॉप हार्ड ड्राइव के लिए डिफ़ॉल्ट इंटरफेस है|SATA Hard Drive सीरीयल सिग्नलिंग टेकनीक का उपयोग करके डेटा को PATA Hard Drive की तुलना में अधिक स्पीड से ट्रांसफर कर सकता है|SATA Hard Drive, PATA Hard Drive की तुलना मे अधिक रिलाएबल और फास्ट होते है|SATA केबल पतले और बहुत लचीले होते है|Computer मदरबोर्ड में SATA कंट्रोलर चिप के लिए केवल एक डिस्क ड्राइव की परमिशन होती है|SATA केबल 7-पिन डेटा कनेक्शन है|SATA केबल कम पावर को कन्सूम करता है|इनकी डेटा ट्रांसफर रेट 600 MB/Second तक हो सकती है|इसका उपयोग SATA हार्ड ड्राइव और ऑप्टिकल डिस्क को कनेक्ट करने के लिए करते है|यह IDE कनेक्टर की तुलना में फास्ट और साइज मे कम चोडा होता है|
3). SCSI = SCSI का फुल फॉर्म Small Computer System Interface होता है|SCSI Computer से कनेक्ट करने के लिए स्मॉल Computer सिस्टम इंटरफेस का उपयोग करते है|यह Computer और Peripheral Device के बीच डाटा को फिजिकल रूप से कनेक्ट करने और ट्रांसफर करने का एक सेट है|SCSI को Computer सिस्टम से इंटरनल और एक्सटर्नल दोनो तरीको से जोडा जा सकता है|SCSI बहुत फास्ट और अधिक रिलाएबल होते है|SCSI को स्टोरेज और बड़ी मात्रा में डेटा को ट्रांसफर करने के लिए कस्टमाइज किया गया है|SCSI का उपयोग सामान्यत हार्ड डिस्क ड्राइव के लिए किया जाता है|SCSI का उपयोग आमतौर पर हार्ड डिस्क ड्राइव और टेप ड्राइव के लिए किया जाता है|