Software Quality
सॉफ्टवेयर की विशेषताऍ निम्नलिखित हैं:-
1). Accessibility :- एक्सेसिबिलिटि जिसे एक्सेसिबल कंप्यूटिंग के रूप मे भी जाना जाता है हर तरह के लोगों के लिए एक कंप्यूटर सिस्टम की एक्सेसिबिलिटि को एक्सेसिबल करता है, एक्सेसिबिलिटि वर्ड का यूज ज्यादा तर हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर या दोनो के स्पेलाइज के लिए किया जाता है|जैसे कि किसी यूजर द्वारा डिसेब्लीटि या उसकी कमियों के साथ कंप्यूटर के यूज को केपेबल करने के लिए डिजाइन किया गया है|फिजिकल डिसेब्लीटि वाले यूजर पर कंप्यूटर को लेकर ज्यादातर अच्छा प्रभाव पडता है|कंप्यूटर लिंक से कनेक्ट एक टॉपिक वेब एक्सेसिबिलिटी हैं|कंप्यूटर एक्सेसिबिलिटी के समान, वेब एक्सेसिबिलिटी फिजिकल डिसेब्लीटि वाले यूजर के लिए वर्ल्ड वाइड वेब के उपयोग को आसान बनाने की प्रैक्टिस हैं|डिजिटल एक्सेसिबिलिटी आमतौर पर यह सुनिश्चित करने के लिए सोचती है कि आईटी सिस्टम इस तरह से डि़जाइन किए गए हैं, कि वे असिस्टिव टेकनीको के साथ उचित तरीके से कम्युनिकेशन करते हैं|
2). Compatibility :- कम्पेटिबिलिटी बिना किसी डिफरेंस के एक साथ रहने और काम करने की एबिलिटी है|यह विभिन्न प्रकार के एनवायरमेंट जैसे विभिन्न प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस और ब्राउजर के उपयोग के लिए सॉफ्टवेयर की एबिलिटी हैं|सॉफ्टवेयर कम्पेटिबलिटी उस कम्पेटिबलिटी का कहा जाता हैं, जो किसी विशेष सॉफ्टवेयर में इंटेल या पावरपीसी जैसे किसी विशेष आर्किटेक्चर पर चल रही हैं|सॉफ्टवेयर कम्पेटिबलिटी किसी विशेष ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने के लिए सॉफ्टवेयर की एबिलिटी को भी डिस्क्राइब करती हैं|एक एप्लिकेशन को विभिन्न सीपीयू आर्किटेक्चर और ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए कम्पेटिबल किया जाता हैं, ताकि यह अलग अलग सिस्टम के साथ कम्पेटिबल हो सके|
3). Efficiency :- सॉफ्टवेयर की एबिलिटी एनर्जी, रिसोर्स, एफर्ट, टांइम या मनी वेस्ट किए बिना अच्छा परफॉर्म करने की हैं|एफिशिएंसी एक उपाय है कि एक प्रोसेस या सिस्टम मे कितना वेस्ट एर्फट लगता हैं|एक हाई एफिशिएंसी प्रोसेस में कम वेस्ट होता हैं|मैकेनिकल र्टम में एफिशिएंसी की सबसे सरल डेफिनेशन आउटपुट बनाने के लिए किए गए काम की मात्रा की तुलना में उपयोग की जाने वाली एनर्जी की मात्रा का अनुपात है|एफिशिएंसी आमतौर पर मतलब है कि हम बर्बादी से बच रहे है|सॉफ्टवेयर विकास में एफिशिएंसी को मापना मुश्किल है|कंप्यूटर साइंस टर्म एफिशिएंसी, रेटो किए गए रिसोर्स (प्रोसेसर और स्टोरेज ) के लिए यूसफूल वर्क का अनुपात है|अदर वर्ड में किसी दिए गए सिस्टम के इनपुट में आउटपुट का अनुपात|जैसे कि एक एल्गोरिथ्म को एफिशिएंट कहा जाता है, तो यह अपने लक्ष्य को पाने के लिए कंप्यूटर रिसोर्स पर इकोनोमिक्ली अच्छा वर्क करता है|
4). Functionality :- सॉफ्टवेयर फंक्शनलिटी सर्विस क्वालिटी को प्रेंजेंट करती हैं, कि यह किसी दिए गए डिज़ाइन के आधार पर कितनी अच्छी तरह परफॉर्म करता हैं या इसके अनुसार फंक्शनलिटी रिक्वायरमेंट या स्पेसिफिकेशन को परफॉर्म करता हैं|सॉफ्टवेयर फंक्शनलिटी सर्विस सॉफ्टवेयर क्वालिटी की डायरेक्शन में महत्वपूर्ण क्वालिटी मे सें एक हैं|फंक्शनलिटी सॉफ्टवेयर के लिए एक महत्वपूर्ण क्वालिटी हैं|एक इंटरनेशनल स्टैण्डर्ड आमतौर पर फंक्शनलिटी को डिस्क्राइब करता हैं कि सिस्टम क्या है और सिस्टम का पर्पस क्या हैं|सॉफ्टवेयर फंक्शनलिटी सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन का कोई भी ऐस्पेक्ट है या काई भी Computing डिवाइस डिस्प्ले कर सकता हैं|
5). Installability :- एक स्पेसिफिइड एनवायरमेंट मे स्थापित किए जाने वाले सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट कि एबिलिटी हैं|सॉफ्टवेयर इन्सटॉलिबिलिटी, सॉफ्टवेयर क्वालिटी से पूरी तरह से अलग हैं|सॉफ्टवेयर डि़जाइन की कई विशेषताएं इन्सटॉलिबिलिटी प्रोडक्ट को प्रभावित करती हैं|एक सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने योग्य होने के लिए कई क्राइटेरिया को पूरा करना होता हैं|इंस्टालिबिलिटी टेस्टींग इंस्टालेशन प्रोसेस के अनुसार इंस्टालेशन आवश्यकताओं के एक मॉडल का उपयोग करता हैं|इन्सटॉलिबिलिटी आवश्यकता को सभी आवश्यकताओं के पार्ट के रूप में डिफाइन किया जाएगा|स्टैण्डर्ड के लिए आवश्यक है कि टेस्ट केस को स्पेसिफिक कंडीसन के तहत सिस्टम की इन्सटॉलिबिलिटी के लिए डि़जाइन किया गया हैं|
6). Localizability :- लोकलाईजिबिलिटी किसी भी सोर्स कोड में चेंज किए बिना सॉफ्टवेयर को विभिन्न लेंग्वेज में लोकलाईजिबिलिटी करने में कैपेबल करने के लिए एक प्रोसेस है|सॉफ्टवेयर की लोकलाईजिबिलिटी प्रोसेस मे लोकलाईजे़शन टेस्टींग पहला स्टेप हैं|लोकलाईजे़शन टेस्टींग का अत्याधिक महत्व हैं क्योंकि ऐरर महत्वपूर्ण प्रोबलम पैदा कर सकती हैं|एप्लिकेशन सोर्स कोड में लोकलाईजिबिलिटी की Bugs को ठीक किया जाना चाहिए और इन्हे डेवलपमेंट के शुरूआती स्टेज मे देखा जाना चाहिए|ऐसा करने से यूजर बाद में हर लैंग्वेज वर्ज़न के लिए Bugs को ठीक करने से बच सकते हैं|
7). Maintainability :- सॉफ्टवेयर मेन्टेनएबिलिटी को उस डिग्री के रूप में डिफाइन किया जाता हैं, जिस पर किसी एप्लिकेशन को अन्डॅस्टुड, रिपेयर और एनहान्स किया जाता हैं|सॉफ्टवेयर मेन्टेनएबिलिटी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह एक प्रोजेक्ट का लगभग 75% हैं|एक सॉफ्टवेयर मेंटेनेंस मेजरमेंट एक रेटिंग है जो वर्तमान समय में किसी एप्लिकेशन के लिए किए गए एफर्ट या रिसोर्स की मात्रा का आकलन करने के लिए उपयोग किया जाता हैं|मेन्टेनएबिलिटी एक लोंग र्टम एस्पेक्ट है जो बताता है कि सॉफ्टवेयर कितनी आसानी से विकसित हो सकता है और चेंज हो सकता है, जो आज के फास्ट एनवायरमेंट में विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं|मेन्टेनएबिलिटी से तात्पर्य उस सहजता से हैं, जिससे आप सॉफ्टवेयर कोड को रिपेयर, इम्प्रूव और अंडरस्टैंड कर सकते हैं|सॉफ्टवेयर मेंटेनेंस सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइकिल का एक स्टैप है जो यूजर द्वारा प्रोडक्ट प्राप्त करने के बाद शुरू होता हैं|