Thursday, August 6, 2020

कंप्‍यूटर कितने प्रकार के होता है ?-What are the types of Computer in Hindi.

Types Of Computer 


Compute को उनके Application, Size तथा Purpose के आधार पर निम्‍न प्रकार से बाटां गया है |

1). Application के आधार पर Computer को तीन प्रकारो मे बाटां गया है |

1. Analog Computer 

2. Digital Computer 

3. Hybrid Computer 


1.1) Analog Computer = Analog Computer Special Computer होते है | जो Pressure, Temperature, Speed, Height, Weight etc. को नापते है | यह Computer भौतिक राशि को नाप सकता है | यह Computer Physics के Related या Module के Related गणना करते है | Analog Computer केवल अनुमानित (Relative Measurement ) पर ही Work करता है |


Disadvantages Of Analog Computer- 

1. Analog Computer की Storage Capacity कम होती है |

2. Analog Computer एक समय मे एक ही कार्य को कर पाता है, अर्थात इसमे Multitasking नही की जा सकती है | 



1.2) Digital Computer = Digital Computer मे Digits के  साथ Work करते है, यह Digit Binary Digits कहलाती है | Binary Digits मे केवल दो Digits (0,1) होती है, जिसमे Zero-off Position को दर्शाता है, तथा One-On Position को दर्शाता है | Digital Computer के Electronic Pulse पर कार्य किया जाता है| इसका Use अधिकतम Medical Field तथा Calculation मे किया जाता है | Digital Computer Present Time मे सभी जगह Use किये जाते है |


Disadvantages Of Digital Computer-

1. Digital Computer केवल Binary Digit पर Work करते  है  

2. Digital Computer मे High Level Language को Directly Support नही किया जाता है |


1.3) Hybrid Computer = Hybrid Computer, Analog OR Digital Computer का Combination है | Digital Component सामान्‍य रूप से  Controller के रूप मे कार्य करता है और Logic Numerical Operation प्रदान करता है, जबकि Analog Component कठिन Mathematics के लिए एक Solver के रूप मे कार्य करता है | पहला Hybrid Computer System 1961 मे Packard Bell ने बनाया था, जिसका  नाम Hycomp 250 था |


Disadvantages Of Hybrid Computer-

1. Hybrid Computer बहुत महंगे होते है क्‍योंकि यह Hybrid होते है|

2. Hybrid Computer को Designकरना बहुत मुश्किल है |

3. Hybrid Computer का Hardware & Software  बहुत Complicated होता है|

2). Size के आधार Computer चार प्रकार के होते है -

1. Mini Computer 

2. Micro Computer 

3. MainFrame Computer 

4. Super Computer


2.1) Mini Computer = Mini Computer को Mid-range Computer के रूप मे भी जाना जाता है | इस Computer को Integrated Circuit पर आधारित करके बनाया गया था | जिसे चिप्‍स कहा जाता था | Logical Gates के निमार्ण की इस तकनीक का आविष्‍कार 1950 के दशक के अंत मे Jack Kilby और Robert Noyce दोनो ने किया था | Mini Computer Medium Size के होते है, इस Computer की Work क्षमता तथा कीमत दोनो ही Micro Computer की तुलना मे अधिक होती है, जिस कारण वह Personal Use मे नही लाए जाते है | इस प्रकार के Computer मे Multitasking की जा सकती है | Mini Computer की Speed 10-30 MIPS(Mega Instruction/Second ) होती है | कुछ Mini Computer निम्‍नलिखित है- 1. CD160A , 2. CDC1700, 3. HP 2100 Series etc.


2.2) Micro Computer = क Micro Computer एक छोटा, अपेक्षाकृत सस्‍ता Computer है | जिसमे Micro Processor, इसकी Central Processing Unit है | इसमे एक microprocessor, memory और न्‍यूनतम  input /output circuitry शामलि है | पहला Micro Computer Micral था,जिसे 1973 मे  Realisation d'Etudes ElectroniqueS (R2E) के अन्‍दर Francois Gernelle की उपस्थिती मे एक फ्रांंसीसी टीम ने Intel 8008 के आधार पर यह Micro Processor पर आधारित पहला Non-Kit Computer बनाया था | सन् 1970 के क्षेत्र मे Internet द्वारा Micro Processor का आविष्‍कार किया गया था | इनका Use मुख्‍य रूप से medical Field मे किया गया था | वर्तमान समय मे ये सभी personal Computer श्रेणी मे आते है |


2.3) Mainframe Computer = Mainframe मुख्‍य रूप से महत्‍वपूर्ण अनुप्रयोगो के लिए बडे संगठनो द्वारा उपयोग किए जाने वाले Computer है | यह IBM Mainframe 1952 से  IBM द्वारा निर्मित बडे Computer System है | यह Computer Size मे बहुत बडे और इसकी कीमत Mini, Micro Computer से अधिक होती है | यह Computer बडी Company, Bank, तथा Govt. Department मे Control Computer के रूप मे इसका Use किया जाता है | अधिकतर Company मे Mainframe Computer का Use Payment की Detail रखने मे,इनका भुगतान करने के लिए इनका Use किया जाता है | कुछ Mainframe Computer निम्‍नलिखित है-

1. IBM Z15, 2. IBM 14, 3. UNIVAC, 4. System Z9, 5. System Z10 Server etc.


2.4) Super Computer = Super Computer  अधिक Speed वाले तथा Storage Capacity वाले होते है,इनका Size लगभग एक Room के बराबर होता है | एक Super Computer वह Computer है, जो Computer के लिए वर्तमान मे उच्‍चतम Operational Rate पर या उसके निकट प्रदर्शन करता है | World का सबसे Fastest Computer का नाम Fugaku है, जो कि जापान मे है | India के पास भी अपने  Super Computers है जिनके  नाम Pratyush और Mihir है |Super Computer का Use मौसम की भविष्‍यवाणी करने, Invention करने के लिए ,वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों के लिए किया जाता  है, जो बहुत बडे Data Base को संभालते है | Super Computer का Use अंतरिक्ष यात्रा के लिए यात्रियो को अंतरिक्ष मे भेजने तथा बडी-बडी प्रयोगशाला मे इनका Use किया जाता है | कुछ Super Computer निम्‍नलिखित है |

1.शिखर सम्‍मेलन, 2. त्रिमूर्ति, 3. परम , 4. लसेन, 5. सियरा etc.


3). Purpose के आधार पर Computer दो प्रकार के होते है -

1. General Purpose Computer

2. Special Purpose Computer 


3.1) General Purpose Computer = ऐसे Computer जो सामान्‍य उदेश्‍यो की पूर्ति के लिए Use किये जाते है ,General Purpose Computer कहलाते है | ऐसे Computer विभिन्‍न प्रकार के कार्य करने मे सक्षम होते है| इन Computer का Use सामान्‍यत: Office से संबधित कार्य करने के लिए किया जाता है | इनके द्वारा Document तैयार करना, Data Base etc. तैयार करने मे किया जाता  है | इन Computers के द्वारा हम Report तथा Document को Print भी कर सकते है |

3.2) Special Purpose Computer = ऐसे Computer जिनका Use विशेष उदेश्‍यो की पूर्ति के लिए किया जाता है | इनका Use अंतरिक्ष विज्ञान, मौसम विज्ञान, उपग्रह संचालन, यातायात नियंत्रण, रासायनिक तथा Medical Filed मे किया जाता है | इसमे Use किए गए CPU की क्षमता अधिक होती है, जिससे विशेष उदेश्‍य की पूर्ति अधिक होती है | 

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