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प्रोजेक्टर क्या है ?- What is a Projector in Hindi.
प्रोजेक्टर क्या है ?- What is a Projector in Hindi.
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प्रोजेक्टर एक ऑप्टिकल डिवाइस है जो एक सर्फेस या एक प्रोजेक्शन स्क्रीन पर एक इमेज को प्रोजेक्ट करता है|प्रोजेक्टर एक आउटपुट डिवाइस है, जो Computer या ब्लू-रे प्लेयर द्वारा उत्पन्न इमेजो को लेता है और एक स्क्रीन, वॉल या किसी अन्य सर्फेस पर प्रेज़ॅन्ट करता है|प्रोजेक्टर एक बडी सर्फेस पर एक इमेज प्रेज़ेन्ट करता है जैसे कि एक वाइट स्क्रीन या वॉल पर|प्रोजेक्टर या पिक्चर प्रोजेक्टर एक ऑप्टिकल गैजेट है जो एक सर्फेस पर एक इमेज को प्रेज़ेन्ट करने का कार्य करता है|प्रोजेक्टर एक ऐसी डिवाइस है जो एक्स्ट्राऑर्डिनरी सर्फेस पर इमेज जनरेट करता है, जैसे कि प्रोजेक्शन स्क्रीन या वाइट वॉल, जिनका उपयोग स्क्रीन सर्फेस के रूप मे किया गया है|अंधिकाश प्रोजेक्टर एक छोटे ट्रांसपेरेंट लेंस के माध्यम से लाइट को चमकाते हुए एक इमेज बनाते है, लेकिन कुछ नए प्रोजेक्टर लेजर का उपयोग करके इमेज को सीधे प्रोजेक्ट कर सकते है|वर्तमान समय मे उपयोग किए जाने वाले प्रोजेक्टर को वीडीयो प्रोजेक्टर कहा जाता है|वीडीयो प्रोजेक्टर पहले के प्रोजेक्टर जैसे- स्लाइड प्रोजेक्टर और ओवरहेड प्रोजेक्टर का डिजिटल रिप्लेस्मन्ट है|पहले के इन प्रोजेक्टर को ज्यादातर 1990 और 2000 के दशक के स्टार्ट मे डिजिटल वीडीयो प्रोजेक्टर के साथ बदल दिया गया था लेकिन एनालॉग प्रोजेक्टर अभी भी कुछ स्थानो पर उपयोग किए जाते है|वर्तमान समय के प्रोजेक्टर हेंडहेल्ड प्रोजेक्टर होते है जो इमेज को प्रोजेक्ट करने के लिए लेजर या LED का उपयोग करते है|मूवी थिएटर ने जिस प्रोजेक्टर का उपयोग किया उसे मूवी प्रोजेक्टर कहा जाता है|आजकल डिजिटल सिनेमा को वीडीयो प्रोजेक्टर के साथ बदल दिया गया है|बडे-बडे सेमिनार मे वीडीयो या इमेज दिखाते समय प्रोजेक्टर को मॉनिटर या टेलीविजन के रूप मे इस्तेमाल किया जाता है|वर्तमान समय मे मार्केट मे बहुत से प्रोजेक्टर उपलब्ध है, यूजर्स अपनी आवश्यकता के अनुसार इन्हे चुन सकता है हालांकि प्रोजेक्टर आमतौर पर एक फुट लंबे और कुछ इंच लंबे होते है|सीलिंग माउटेंड प्रोजेक्टर नार्मल प्रोजेक्टर से आकार मे बडे होते है|यह मुख्य रूप से लॉन्ग डिटेंन्स तक कर प्रोजेक्ट कर सकते है|प्रोजेक्टर वर्तमान समय मे कलासेस, सेमिनार हॉल, ऑडिटोरियम और टेम्पल्स मे उपयोग किए जाते है|किसी भी शाइनी सर्फेस पर पोर्टेबल प्रोजेक्टर का उपयोग किया जा सकता है|प्रोजेक्टर मे बहुत से इनपुट सोर्स होते है जैसे नए डिवाइस के लिए HDMI पोर्ट और पुराने डिवाइसो के लिए VGA पोर्ट|कुछ प्रोजेक्टर वाई-फाई और ब्लूटूथ को भी सपोर्ट करते है|हाई क्वालिटी वाले प्रोजेक्टरो की कीमत अधिक होती है और सिंगल लाइट वाले प्रोजेक्टरो की कीमत कम होती है|प्रोजेक्टर Computer से एक HDMI केबल या VGA केबल का उपयोग अपने इनपुट सोर्स के रूप मे करते है|वीडियो प्रोजेक्टर, पहले के प्रोजेक्टर लिए के Computerized ट्रेड है|प्रोजेक्टर का सबसे लेटेस्ट टाइप हेंडहेल्ड प्रोजेक्टर है जो इमेज का एक्सपेंशन करने के लिए लेजर या LED का उपयोग करते है|पहला हैंड हेल्ड स्लाइड प्रोजेक्टर 11 मई 1965 को डेविड हेन्सन नाम के एक पर्सन द्वारा पेटेंट कराया गया था|आज हम जिस डिजिटल प्रोजेक्टर को जानते है, वह 1984 मे जी डोलगॉफ द्वारा बनाया गया था|प्रोजेक्टर बहुत से एक लाइट Source को अपनाने की परमिशन देता है|ट्रांसपेरेंसी दिखाने के लिए एक नार्मल स्टाइलस प्रोजेक्टर मे लेंस के दो सेट होते है, एक लाइट Source और ट्रांसपेरेंसी के लिए एक लाइट को फोकस करने के लिए और दूसरा इमेज को बडा करने के लिए|मोशन-पिक्चर प्रोजेक्टर एक कॉम्प्लेक्स डिवाइस है|पब्लिक मूवी थिएटर मे आसानी से रील चेंज करने के लिए दो सिंक्रनाइज प्रोजेक्टर का उपयोग किया जाता है|प्रोजेक्टर की स्क्रीन नार्मल टीवी स्क्रीन की तुलना मे बडी होती है|प्रोजेक्टर, यूजर्स कि बडी इमेजो को प्रोजेक्ट करने कि परमिशन देते है|प्रोजेक्टर की मुख्य विशेषता है कि यह छोटे और हल्के होते है|प्रोजेक्टर लाइट की किरणो को लॉन्च करने कि एक ऑप्टिकल डिवाइस है|यह ऑप्टिकल डिवाइस स्क्रीन प्रोसीड इमेज को प्रोजेक्ट करता है|प्रोजेक्टर एक ऐसा ऑप्टिकल डिवाइस जो एक प्राजेक्शन स्क्रीन या किसी सर्फेस पर एक ट्रांसपेरेंट या एक Opaque इमेज से एक इमेज को प्रेज़न्ट करता है|आइडियल प्रोजेक्टर, रिजॉल्यूशन को आपके Computer मॉनिटर पर आपके द्वारा आवश्यक स्क्रीन रिजॉल्यूशन से मिलाने के लिए है|1980 के दशक मे प्रोजेक्टर ट्रांसपेरेंट LCD पैनल बन गए, लेकिन CRT की तुलना मे काफी हल्का होने के कारण उन्हे लाइट के लिए एक ओवरहेड प्रोजेक्टर की आवश्यकता थी|वर्तमान समय मे प्रोजेक्टर के उपयोग के बिना प्रेजेंटेशन को इमेजिन नही किया जा सकता है|एक प्रोजेक्टर ऑरिजनल इमेज प्रोजेक्शन के ऑपरेशनल प्रिंसिपल को अडॉप्ट करता है, जिससे प्रोजक्टर वीडियो या इमेज इनपुट को स्वीकार करता है और इन्हे अपने इन-बिल्ट ऑप्टिकल प्रोजेक्शन सिस्टम की सहायता से प्रोसेस करता है|नए प्रोजेक्टर को एक ट्रेडिशनल मॉनिटर के समान केबलो का उपयोग करके Computer से जोडा जाता है फिर पिक्चर स्क्रीन पर इमेज को प्रोजेक्ट करते है|प्रोजेक्टर की विशेषता यह है कि टीवी के विपरीत, यह एक सेट स्क्रीन के बजाय किसी भी सर्फेस पर कार्य कर सकते है|वर्तमान समय मे मूवी थिएटर ने ट्रेडिशनल फिल्म प्रोजेक्टर के को डिजिटल डिवाइसो के साथ बदल दिया है जिन्हे ट्रेडिशनल फिल्म प्रोजेक्टर की तुलना के कम मेंटेनेंस और केयर की आवश्यकता होती है|