PC Operating System
1). MS Windows = माइक्रोसॉफ्ट विंडोज को ही आमतौर पर विंडोज के रूप मे जाना जाता है|विंडोज एक ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप मे जाने जाने वाला प्रोग्राम का कलेक्शन है|विंडोज से पहले, Personal Computer को टेक्स्ट कंमाड की एक सीरीज द्वारा ऑपरेट किया जाता था|विंडोज Computer से जुडे हार्डवेयर जैसे वेबकैम, स्कैनर और प्रिंटर को कण्ट्रोल करता है|यह प्रोग्राम को Computer पर ओपन करता है और क्लोज करने मे सहायता करता है और उन्हे मेमोरी एलोकेट करता है|विंडोज यूजर को एक साथ Computer पर कई प्रोग्राम रन करके मल्टीटास्किंग की सुविधा प्रदान करता है|विंडोज माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डेवेलोप ऑपरेटिंग सिस्टम की एक सीरीज है|विंडोज को X86 स्टैण्डर्ड पर चलाने के लिए डिजाइन किया गया है|विंडोज के प्रत्येक एडिशन मे एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस शामिल होता है|वर्तमान समय मे Windows 7 एडिशन 2009 मे पब्लिश किया गया था|विंडोज के इस एडिशन मे टच स्क्रीन के फीचर्स भी शामिल है|माइक्रोसॉफ्ट विंडोज को Personal Computer और प्रोफेशनल दोनो पर्पस के लिए डिजाइन किया गया है|विंडोज Personal Computer के लिए सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है|माइक्रोसॉफ्ट का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम, विंडोज फोन विशेष रूप से स्मार्टफोन के लिए डिजाइन किया गया है|
विडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य-1. यह Computer पर सभी प्रकार के कार्यो को आसान बनाता है|
2. इसमे मल्टीटास्किंग आासानी से कि जा सकती है|
3. विंडोज सबसे तेज इंटरनेट ब्राउज की सुविधा प्रदान करता है|
2). Linux = लिनक्स सबसे प्रसिध्द और सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है|एक ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप मे लिनक्स एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो सीधे सी पी यू, मेमोरी और स्टोरेज जैसे सिस्टम के हार्डवेयर और रिसोर्सेज को मैनेज करता है|लिनक्स का आविष्कार 1960 के दशक मे हुआ था|लिनक्स को स्पेशल कोड के छोटे छोटे हिस्से कि आवश्यकता होती है जिसको हम सामान्यत: Kernel के नाम से जाना जाता है|लिनक्स कर्नेल पहली बार 17 सितंबर 1991 को लिनूस टॉर्वाल्ड द्वारा जार किया गया था|लिनक्स का वर्तमान समय मे भी सर्वाधिक उपयोग किये जाने का कारण इसका सुरक्षित और लचीला होना है|यह ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का Computer का कण्ट्रोल प्रोग्राम है जो Computer के समस्त कार्यो पर कण्ट्रोल रखता है|लिनक्स अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे- MS DOS, MS Windows, MAC ऑपरेटिंग सिस्टम कि तरह एक सॉफ्टवेयर होता है|लिनक्स एक मल्टी ऑपरेटिंग सिस्टम है|इसे Intel 80386 Personal Computer पर उपयोग करने के लिए डिजाइन किया गया है|
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य -1. लिनक्स सभी हार्डवेयर को मैनेज करता है|
2. लिनक्स सभी सॉफ्टवेयर और काम करने वाले फिजिकल रिसोर्सेज के बीच रिलेशन्स काे बनाता है|
3). Unix = यूनिक्स केन थॉम्पसन और डेनिस रिची द्वारा बेल लेबोरेटरी मे 1970 के दशक मे विकसित एक ऑपरेटिंग सिस्टम है|यह एक मल्टीटास्किंग और मल्टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम का सबसे अच्छा उदाहरण है|यूनिक्स सिस्टम मे माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के समान एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस की भी सुविधा है जो एनवायरमेंट का उपयोग करने के लिए आसान है|यूनिक्स एक Computer ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो एक ही समय मे कई यूजर्स के कार्यो को मैनेज करता है|यूनिक्स सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय मल्टीयूजर और मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम है|यूनिक्स प्रोग्राम को कुछ महत्वपूर्ण Philosophy को ध्यान मे रखकर तैयार किया गया है|जिसमे सिंगल पर्पस और स्टैण्डर्ड रीड इंटरफेस के साथ काम करने जैसी आवश्यकजाए शामिल है|यूनिक्स सिस्टम एक कोर कर्नेल को ध्यान मे रखकर बनाया गया है जो सिस्टम और अन्य प्रोसेस को मैनेज करता है|कर्नेल सब-सिस्टम मे प्रोसेस मैनेजमेंट, फाइल मैनेजमेंट, मेमोरी मैनेजमेंट, नेटवर्क मैनेजमेंट कार्य शामिल हो सकते है|यूनिक्स को पहली बार असेंबली लैंग्वेज मे प्रोग्राम किया गया था लेकिन 1973 मे सी मे दोबार बनाया गया था|यूनिक्स को किसी भी अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना मे अधिक मशीन वर्ग मे पोर्ट किया गया है|यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम व्यापक रूप से Personal Computer, सर्वर और मोबाइल डिवाइसेस मे उपयोग किया जाता है|यूनिक्स एनवायरमेंट भी इंटरनेट और नेटवर्किं के विकास मे एक आवश्यक एलिमेंट है|
यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य -1. यह कार्यो को शेडयूल करता है|
2. स्टोरेज को मैनेज करता है|
3. मेमोरी से प्रोग्राम को कॉल करता है, और उन्हे एक्सिक्यूट करता है|
4. यूनिक्स डिवाइस की काम करने की कैपेसिटी को बढाता है|
4). MS DOS = इसका फुल फार्म Disk Operating System होता है|यह सर्वाधिक उपयोग किए वाला जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है|1984 मे Intel 80286 प्रोसेसर युक्त माइक्रो Computer विकसित किया गया था|तब ही MS Dos 3.0 और MS Dos 4.0 वर्जन का आविष्कार किया गया|माइक्रोसॉफ्ट के इसी ऑपरेटिंग को डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम कहा जाता है क्योकि यह डिस्क से सम्बंधित इनपुट और आउटपुट कार्य करता है|डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम Computer के हार्डवेयर को कण्ट्रोल करता है|Dos एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो Computer को यह बताता हे कि जब इस पर विभिन्न कमांड टाइप करते है तब इसे क्या करना चाहिए|
डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य-
1. न्यू फाइल बनाना|2. अनावश्यक फाइलो को डिलीट करना|
3. फाइलो को रीनेम करना|
4. Keyboard से जानकारी प्राप्ततत करके उसको मॉनीटर मे डिस्पले करना |
5. डिस्क फॉर्मेट करना तथा उसकी स्टोरेज क्षमता बढाना|
6. एक डिस्क से दूसरी डिस्क मे फाइल को कॉपी करना|